धर्मग्रंथो से शिक्षा
एक समय एक बहुत महात्मा और ज्ञानी पुरुष थे। वह प्रायः अपने शिष्यों को रामायण, महाभारत और नीति ग्रंथो की अच्छी बातें बताकर उन्हें आचरण में उतारने का आग्रह करते थे। वह रोज़ संध्या करके प्रवचन करते और श्रावकों को इन धर्मग्रंथों की कथाएं एवं दृष्टान्त सुनाकर उनको सद्गुणी बनाने का प्रयास करते थे। महात्मा...CONTINUE READING